।। तीस चैबीसी के तीर्थंकर ।।

प्रश्न 28 - पूर्वी पुष्कार्ध द्वीप के ऐरावत क्षेत्र के भाविकाल के चैबीस तीर्थंकरों के नाम बताइये।

उत्तर - (1) श्री यशोधर जी (2) श्री सुकृतनाथ जी (3) श्री अभयघोष जी (4) श्री निर्वाण जी (5) श्री व्रतवास जी (6) श्री अतिराज जी (7) श्री अश्वदेव जी (8) श्री अर्जुन जी (9) श्री तपश्चन्द्र जी (10) श्री शरीरिक जी (11) श्री महेश जी (12) श्री सुग्रीव जी (13) श्री दृढ़प्रहार जी (14) श्री अम्बरीक जी (15) श्री दयातीत जी (16) श्री तुम्बर जी (17) श्री सर्वशील जी (18) श्री प्रतिजात जी (19) श्री जितेन्द्रीय जी (20) श्री तपादित्य जी (21) श्री रत्नाकर जी (22) श्री देवेश जी (23) श्री लांछन जी (24) श्री सुप्रदेश जी।

प्रश्न 29 - पश्चिमी पुष्करार्ध द्वीप के भर क्षेत्र के भूत कालिक चैबीस तीर्थंकरों के नाम बताइये।

उत्तर - (1) श्री पद्मचंद्र जी (2) श्री रत्नांग जी (3) श्री अयोगिकेश जी (4) श्री सर्वार्थ जी (5) श्री ऋषिनाथ जी (6) श्री हरिभद्र जी (7) श्री गुणाधिप जी (8) श्री पारत्रिक जी (9) श्री ब्रह्मनाथ जी (10) श्री मुनीन्द्र जी (11) श्री दीपक जी (12) श्री राजर्षि जी (13) श्री विशाख जी (14) श्री आनंदति जी (15) श्री रविस्वामी जी (16) श्री सोमदत्त जी (17) श्री जयस्वामी जी (18) श्री मोक्षनाथ जी (19) श्री अग्रभास जी (20) श्री धनुसंग जी (21) श्री रोमांचक जी (22) श्री मुक्ति नाथ जी (23) श्री प्रसिद्धनाथ जी (24) श्री जितेश जी।

प्रश्न 30 - पश्चिमी पुष्करार्ध द्वीप के भरत क्षेत्र के वर्तमान काल के चैबीस तीर्थंकरों के नाम बताइये।

उत्तर - (1) श्री सर्वांग स्वामी (2) श्री पद्माकर जी (3) श्री प्रभाकर जी (4) श्री बलनाथ जी (5) श्री योगीश्वर जी (6) श्री सूक्ष्मांगजी जी (7) श्री व्रत चलातीत जी (8) श्री कलम्बक जी (9) श्री परित्याग जी (10) श्री निषेधक जी (11) श्री पापापहारि जी (12) श्री सुस्वामि जी (13) श्री मुक्तिचन्द्र जी (14) श्री अप्रासिक जी (15) श्री जयचंद्र जी (16) श्री मलाधारि जी (17) श्री सुसंयत जी (18) श्री मलयसिन्धु जी (19) श्री अक्षधर जी (20) श्री देवधर जी (21) श्री देवगण जी (22) श्री आगमिक जी (23) श्री विनीत जी (24) श्री रतानंद जी।

प्रश्न 31 - पश्चिमी पुष्करार्ध द्वीप के भरत क्षेत्र के भविष्यत कालीन चैबीस तीर्थंकरों के नाम बताइये।

उत्तर - (1) श्री प्रभावक जी (2) श्री विनेन्द्र जी (3) श्री सुभावक जी (4) श्री दिनकर जी (5) श्री अगस्त्येज जी (6) श्री धनदत्त जी (7) श्री पौरव जी (8) श्री जिनदत्त जी (9) श्री पाश्र्वनाथ जी (10) श्री मुनि सिंधु जी (11) श्री आस्तिक जी (12) श्री भवानीक जी (13) श्री नृपनाथ जी (14) श्री नारायण जी (15) श्री प्रशमौक जी (16) श्री भूपति जी (17) श्री सुदृष्टि जी (18) श्री भवभीरू जी (19) श्री नंदन जी (20) श्री भार्गव जी (21) श्री सुबसू जी (22) श्री परावश जी (23) श्री वनवासिक जी (24) श्री भरतेश जी।

प्रश्न 32 - पश्चिमी पुष्करार्ध द्वीप के ऐरावत क्षेत्र के भूतकालीन चैबीस तीर्थंकरों के नाम बताइये।

उत्तर - (1) श्री उपशांत जी (2) श्री फाल्गुण जी (3) श्री पूर्वासजी जी (4) श्री सौधर्म जी (5) श्री गौरिक जी (6) श्री त्रिविकक्रम जी (7) श्री नरसिंह जी (8) श्री मृगबसू जी (9) श्री सोमेश्वर जी (10) श्री सुधासुर जी (11) श्री अपापमल्ल जी (12) श्री विवाध जी (13) श्री संधिक स्वामि जी (14) श्री मांधत्र जी (15) श्री अश्वतेज जी (16) श्री विद्याधर जी (17) श्री सुलोचन जी (18) श्री मौन निधि जी (19) श्री पुंडरीक जी (20) श्री चित्रगण जी (21) श्री मणिरिन्द्र जी (22) श्री सर्वकाल जी (23) श्री भूरिश्रवण जी (24) श्री पुण्यांग जी।

प्रश्न 33 - पश्चिमी पुष्करार्ध द्वीप के ऐरावत क्षेत्र के वर्तमान काल के चैबीस तीर्थंकरों के नाम बताइये।

उत्तर - (1) श्री गांगेयक जी (2) श्री नल्लवासव जी (3) श्री भमजिनेन्द्र जी (4) श्री दयाधिक जी (5) श्री सुभद्र जी (6) श्री स्वामिजी जी (7) श्री हनिक जी (8) श्री नंदिघोष जी (9) श्री रूपबीज जी (10) श्री वज्रनाभ जी (11) श्री संतोष जी (12) श्री सुधर्म जी (13) श्री फणीश्वर जी (14) श्री वीरचन्द्र जी (15) श्री मेधानिक जी (16) श्री स्वच्छनाथ जी (17) श्री कोपक्षय जी (18) श्री अकाम जी (19) श्री धर्मधाम जी (20) श्री सूक्तिसेन जी (21) श्री क्षेमंकर जी (22) श्री दयानाथ जी (23) श्री कीर्तिप जी (24) श्री शुभंकर जी।

प्रश्न 34 - पश्चिमी पुष्करार्ध द्वीप के ऐरावत क्षेत्र के भविष्यत कालीन चैबीस तीर्थंकरों के नाम बताइये।

उत्तर - (1) श्री अदोषिक जी (2) श्री वृषभ जी (3) श्री विनयानंद जी (4) श्री मुनिभारत जी (5) श्री इंद्रक जी (6) श्री चन्द्रकेतु जी (7) श्री ध्वजादित्य जी (8) श्री वासुबोध जी (9) श्री मुक्तिगत जी (10) श्री धर्मबोध जी (11) श्री देवांग जी (12) श्री मारीचिक जी (13) श्री सुजीव जी (14) श्री यशोधर जी (15) श्री गौतम जी (16) श्री मुनिशुद्धि जी (17) श्री प्रवोधिक जी (18) श्री सदानीक जी (19) श्री चारित्रनाथ जी (20) श्री शतानंद जी (21) श्री वेदार्थ जी (22) श्री सुधानीक जी (23) श्री ज्योर्ति मुख जी (24) श्री सुरार्ध जी।

प्रश्न 35 - जम्बूद्वीप में कितनी चैबीस होती है?

उत्तर - जम्बूद्वीप में छः चैबीसी होती हैं।

प्रश्न 36 - जम्बूद्वीप में छःचैबीस किस प्रकार होती है?

उत्तर - भूत, वर्तमान, भाविकाल की भरत क्षेत्र की तीन चैबीसी तथा ऐरावत क्षेत्र की तीनों कालों की तीन चैबीसी। इस प्रकार छः चैबीसी होती है।

प्रश्न 37 - धातकी खंड में कितनी चैबीसी होती है?

उत्तर - धातकी खंडमें 12 चैबीसी होती हैं।

प्रश्न 38 - धातकी खंडमें 12 चैबीसी किसी प्रकार होती हैं?

उत्तर - पूर्वी धातकी खंड के भरतक्षेत्र की तीन तथा ऐरावत क्षेत्र की तीन कुल छः, इसी प्रकार पश्चिमी धातकी खंड के भरतक्षेत्र की तीन तथा ऐरावत क्षेत्र की तीन। कुल मिलाकर 12 चैबीसी हुई।

प्रश्न 39 - पुष्करार्ध द्वीप में कितनी चैबीसी होती है?

उत्तर - पुष्करार्ध द्वीप में भी बारह चैबीसी होती हैं।

प्रश्न 40 - पुष्करार्ध द्वीप में बारह चैबीसी किस प्रकार होती है?

उत्तर - धातकी खंड के समान ही पूर्वी पुष्करार्ध द्वीप में छः तथा पश्चिमी पुष्करार्ध द्वीप में छः चैबीसी होती है।

प्रश्न 41 - मेरूओं के सम्बंध में तीस चैबीसी की गणना बताइये।

उत्तर - एक मेरू से सम्बंधित तीन भरत की तथा तीन ऐरावत की कुछ छः चैबीसी होती हैं। द्वाई द्वीप में मेरू पांच हैं। अतः 5 गुण 6 कुल तीस चैबीसी होती हैं।

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